मेरे नाम से ही अब मुस्कुराने लगें हैं वो , ये इश्क़ नहीं है तो और क्या है। मेरे नाम से ही अब मुस्कुराने लगें हैं वो , ये इश्क़ नहीं है तो और क्या है।
जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं। जो नजरों से गिर जाये उसे उठाना नहीं।
ये इश्क़ न जाने क्यों बेताब सा दिखता है खुशबू कोई भी हो फूल गुलाब सा दिखता है... ये इश्क़ न जाने क्यों बेताब सा दिखता है खुशबू कोई भी हो फूल गुलाब सा दिखता है...
गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें। गहराती जा रही है रात, बात कर लें। शिकवे जो रहे गुस्ताख, राख कर लें।
इंतज़ार और आस इंतज़ार और आस
इंसान हैं हम कोई भगवान नहीं, गलतियाँ हमसे ना हो ये हो नहीं सकता भटक जाते हैं रास्ता इंसान हैं हम कोई भगवान नहीं, गलतियाँ हमसे ना हो ये हो नहीं सकता भटक जाते ...